-:जार्ज पंचम की नाक:-
-:कमलेश्वर:-
लेखक का जन्म :- 6 jan 1932
निधन :- 27 jan 2007
2003 में ‘कितने पाकिस्तान’ उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी मिला।
1995 में पदम भूषण से सम्मानित किया।
लोकप्रिय टीवी सीरियल चंद्रकांता की पाठकथा भी इसी ने लिखा है।
लगभग 100 से अधिक फिल्मों की पाठकथा लिखा है।
रानी एलिजाबेथ के सूट के लिए कितने पाउण्ड खर्च किया गया :- 400
रानी एलिजाबेथ के सूट के लिए रेशमी कपड़े कहाँ से मंगाया गया :- हिंदुस्तान से।
रानी किस – किस देश के दौर पर आ रही थी :- हिंदुस्तान, पाकिस्तान और नेपाल।
“वह आए हमारे घर, खुदा की रहमत…… कभी हम उनको कभी अपने घर को देखते हैं” किसने कहा था :- नई दिल्ली।
ऐसी क्या चीज है जो हिंदुस्तान में नहीं मिलती है……. किसने कहा था :- सभापति।
रानी एलिजाबेथ के पति का नाम :- प्रिंस फिलिप।
किस स्थान के जार्ज पंचम की नाक गायब हो गई थी :- इंडिया गेट।
कमलेश्वर जी किस पद पर दूरदर्शन पर कार्यरत था :- अतिरिक्त महानिदेशक।
लाट शब्द का अर्थ क्या है :- मूर्ति।
खैरख्वाहों शब्द का अर्थ क्या है :- भलाई चाहने वाले।
मूर्तिकार ने जार्ज पंचम की नाक में आखिर में कौन सी नाक लगाई :- जिंदा नाक।
1942 में शहीद बच्चों की मूर्तियां कहा लगी है :- बिहार सेक्रेटरी के सामने।
जार्ज पंचम की नाक
Reviewed by Paritosh Roy
on
May 27, 2019
Rating:
No comments: